भीम प्रज्ञा न्यूज़@सोहनलाल परिहार
बीकानेर। भारतीय युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष उदय भानु चिब के नेतृत्व में बीकानेर में “वोट चोर गद्दी छोड़” नामक एक विशाल समागम और ऐतिहासिक पैदल मार्च का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य भाजपा और चुनाव आयोग की कथित वोट चोरी के खिलाफ आवाज उठाना और लोकतंत्र की रक्षा का संकल्प लेना था।
यह अभियान कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा शुरू किए गए जनता के हक और अधिकारों की लड़ाई को गति देने के लिए आयोजित किया गया था। इस सफल कार्यक्रम के लिए बीकानेर युवा कांग्रेस ने सभी का आभार व्यक्त किया। रवींद्र रंगमंच में आयोजित इस कार्यक्रम में युवा कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता और पदाधिकारी शामिल हुए, जिनमें राष्ट्रीय अध्यक्ष उदय भानु चिब, राजस्थान यूथ कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष विधायक अभिमन्यु पूनिया और कार्यवाहक अध्यक्ष यशवीर शुरा प्रमुख थे। स्थानीय नेताओं में पूर्व कैबिनेट मंत्री डॉ. बी.डी. कल्ला, पूर्व मंत्री गोविंद राम मेघवाल, पूर्व मंत्री भंवर सिंह भाटी, पूर्व दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री मदन गोपाल मेघवाल, महेंद्र गहलोत, यशपाल गहलोत और बिशनाराम सियाग भी मौजूद थे।
इसके अतिरिक्त, यूथ कांग्रेस बीकानेर देहात के अध्यक्ष भंवर कुकणा, शहर अध्यक्ष प्रदीप शर्मा, और जिला कार्यकारिणी के पदाधिकारी जैसे आकाश लोहिया, भीखाराम मेघवाल और संजय गोयल भी उपस्थित रहे।
नेताओं ने कार्यकर्ताओं को किया संबोधित
मंच का संचालन तोलाराम सियाग ने किया। कार्यक्रम के दौरान अतिथियों का 51 किलो की माला, स्मृति चिन्ह और साफा पहनाकर सम्मान किया गया।
पूर्व मंत्री गोविंद राम मेघवाल ने भाजपा पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि भाजपा सरकार में 78 लोकसभा सीटें फर्जीवाड़े से जीती गई थीं, जिसमें बीकानेर का क्षेत्र भी शामिल था। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि इस मिशन को गांव-गांव और ढाणी तक ले जाया जाएगा ताकि ऐसी सरकार को उखाड़ फेंका जा सके। उन्होंने दावा किया कि 2028 में राजस्थान में कांग्रेस की सरकार बनेगी।
वहीं, पूर्व मंत्री भंवर सिंह भाटी ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि उन्होंने भी युवा कांग्रेस में काम किया है। उन्होंने कहा कि वह पहले यूथ देहात कांग्रेस के अध्यक्ष बने, फिर प्रदेश यूथ कार्यकारिणी के सदस्य, और उसके बाद विधायक व मंत्री बने। उनके अनुभव ने कार्यकर्ताओं में नया जोश भर दिया।
कार्यक्रम में सैकड़ों की संख्या में कार्यकर्ताओं ने भाग लिया और लोकतंत्र की रक्षा के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।